Shakti Processor
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मद्रास ने भारत का पहला स्वदेशी माइक्रोप्रोसेसर विकसित और डिजाईन किया है. इस माइक्रोप्रोसेसर को ‘Shakti’ नाम दिया गया है.
यह स्वदेशी Microprocessor जल्द मोबाइल फोन, सर्विलांस कैमरा और स्मार्ट मीटर्स को ताकत देने में सहायता करेगा. इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन, चंडीगढ़ की सेमी कंडक्टर लैब में माइक्रोचिप के साथ इसे बनाया गया है.
बहुत से Student जो IT field से नहीं है वो सोच रहे होंगे की ये Processor होता क्या है और क्या काम आता है जो Student CS (Computer Science ) field से है और जिन Student ने अगर RS-CIT भी कर रखी है तो वो Processor के बारे मै जानते होंगे तो अगर नहीं जानते तो चिंता मत करीये थोड़ा Discrption में बता देता हु .
Microprocessor एक Micro चिप होती है जो आपको लगभग हर eloctronics Devices जैसे Mobile ,Computer, Laptop, Washing Machin और आपको TV के Remote मे होते है बहुत से eloctronics Devices मे मिल जायेगी अब आप सोच रहे होंगे की ये काम क्या आती तो में आपको एक Example की मदत से समझाने की कोसिस करता हु तो अलगभग हर किसी ने Computer के बारे में तो जानते ही होगे Computer ये बहुत सी जगह Use होता है.
कोई Enterment के लिए उसे use करता है कोई अलग अलग Profession के लोग Office में Use करते है पर आपने कभी सोचा है ये सब कैसे होता है और कौन करता है जैसे दो अंकों को जोड़ना हो या म्यूजिक सुनना हो या ईमेल टाइप करना हो छोटे से छोटा और बड़े से बड़ा काम प्रोसेसर के माध्यम से ही पूरा होता है। कंप्यूटर को दिया जाने वाला हर instruction Microprocessor के पास पहुंचता है
और वह डाटा Processing करता है। Processing का अर्थ है निर्देश (Instructions) को क्रियान्वित (Execute) करना और परिणाम प्रस्तुत करना |
माइक्रोप्रोसेसर को कंप्यूट में सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (सी.पी.यू.) ‘चिप‘ के नाम से भी जाना जाता है। यह कंप्यूटर का मस्तिष्क है और कंप्यूटर में होने वाला सारा का सारा काम उस पर निर्भर निर्भर करता है।
सिर्फ कंप्यूटर ही नहीं, कैलकुलेटर से लेकर घड़ियों और टेलीविजन तक हर इलेक्ट्रानिक उपकरण में किसी न किसी प्रकार का माइक्रोप्रोसेसर लगा होता है।
एक Microprocessor, Hardware व Software में हो रहे तालमेल को Control करने के काम आता है। और हम इसे ऐसा Device भी कह सकते हो जो Software के Instruion को control के काम आता है।
processor की शक्ति गीगाहर्टज (GHz) पर निर्भर करती है, यानि जो प्रोससेर जितने ज्यादा गीगाहर्टज (GHz) का होगा उतनी ही तेजी से Calculation करेगा।
तो अब आप जान चुके होंगे की Microprocessor या processor क्या होता है।
Type of Shakti Processor
तो अब जानते है की Shakti Processor को कितनी Category मे बाटा गया है.Shakti Processor लग-अलग क्षेत्रों में use के लिए Power और Category के हिसाब से 6 type में बनाया गया है, जिसमें-
1. "E" Class single core processor- यह Low Power और Low Commutation Class के Devices ऐसे Smart Card, IOT (Internet of things) sensors, Robotics biometric के लिए डिजाइन किया गया है।
2. "C" Class Processor- यह प्रोसेसर डिजाइन किए गए हैं, एप्लीकेशन को रन करने के लिए।
3. "I" Class processor- यह मोबाइल स्टोरेज, नेटवर्किंग और मोबाइल नेटवर्किंग के डिवाइसेज के लिए प्रयोग करने के लिए बनाया गया है।
4. Multi Core processor "S" Class- इस कैटेगरी के प्रोसेसर 32 कोर पर बनाये गए हैं जो कि वर्क स्टेशन और एंटरप्राइज लेवल के सर्वर में यूज किया जा सकेंगे।
5. Multi Core processor "S" Class- यह एक हाई परफारमेंस पर चिप है जो कि कंप्यूटेशनल टास्क के लिए बनाए गए है।
सुपर कंप्यूटर में इसको यूज़ के लिए डिजाइन किया गया है, जो कि 128 कोर तक का हो सकता है।
6. Experimental processor- एक्सपेरिमेंटल प्रोफेसर के अंतर्गत वो चिप आते हैं, जो कि अभी टेस्टिंग फेज में चल रहे हैं और एक विशेष एरिया के लिए ही बनाए जाएंगे इसके अलावा S क्लास प्रोसेसर भी आते हैं जो कि AI और ऑटोमोशन पर बेस्ड, टेक्नोलॉजी में काम करने में सक्षम होगा।
Shakti Processor को Degine करने का काम करेगी SCL (Semi Cunductor Lab) जो कि ISRO (Indian Space and Research Orgnaigation) के अंतर्गत आता है, इसरो एक स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन है
जो कि अब तक अंतरिक्ष में rocket को बनाने और भेजने का काम करता था तो अब इस कंपनी के द्वारा आपको रॉकेट के अलावा प्रोसेसर भी बनते हुए देखने को मिलेगा, SCL के द्वारा बनाए जाने वाला shakti का डिजाइन Open Source par आधारित होगा.
जो की Low Power Wireless System और Communication System के लिए बनाया गया है, जो की सारे International Standard को Follow करता है।
Moushik Processor
IIT मद्रास ने तकनीक के क्षेत्र में एक और नई उपलब्धि हासिल करते हुए 'मौशिक' (Moushik) नाम का माइक्रो प्रोसेसर बनाया है. 'मौशिक' 100 प्रतिशत देसी माइक्रो प्रोसेसर (Micro processor) होने के साथ ही एक चिप भी है. जिसका मतलब यह हुआ कि यह दी हुई इंस्ट्रक्शन को पूरा कर सकता है, साथ ही चिप के रूप में विभिन्न प्रकार के उपकरण इससे अटैच किए जा सकते हैं.
जानकारी के अनुसार देश मे शक्ति माइक्रो प्रोसेसर (Shakti Micro processor) प्रोग्राम के तहत विकसित की जा रही 6 कंप्यूटर चिपों में यह तीसरी है. IIT-Madras के कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर वी कामाकोटी कहते हैं कि 'यह एक मल्टीपरपज चिप है. इसका इस्तेमाल क्रेडिट कार्डस इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन, सर्विलांस कैमरा, सेफ लॉक, पर्सनल हेल्थ मैनेजमेंट सिस्टम और इंटरनेट बूस्टअप करने के लिए किया जा सकता है.'
उन्होंने बताया कि 'यह 180nm चिप है और इसकी स्पीड 100Mhz है. इस चिप को घर में इस्तेमाल होने वाले घरेलू उपकरणों में भी इस्तेमाल किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि फिलहाल इस चिप की कीमत महंगी बैठ रही है. लेकिन यदि इस चिप के 10 लाख यूनिट के उत्पादन का ऑर्डर दिया जाए तो इसका दाम एक डॉलर से भी कम हो जाएगा. उन्होंने कहा कि इस चिप की प्रोसेसिंग पावर कम है, इसके बावजूद देश के आम लोगों को इस तरह की चिप की बहुत जरूरत है.
100% देसी है 'मौशिक' इस प्रोसेसर का निर्माण देश के अकादमिक जगत और वैज्ञानिक समुदाय ने मिलकर किया है. इस माइक्रो प्रोसेसर का डिजाइन, मदर बोर्ड, इसके पार्ट की असेंबलिंग और वैज्ञानिक सुविधाएं IIT मद्रास ने उपलब्ध करवाई हैं. वहीं इस चिप का फैब्रिकेशन और पिछले हिस्सा का डिजाइन Indian Space Research Organization (ISRO) की Chandigarh लैब में तैयार हुआ है. इस माइक्रो प्रोसेसर के मदर बोर्ड का निर्माण बेंगलुरू में किया गया . मौशिक हाल में विकसित किए गए ‘Ardonyx 1.0’ में दिल की तरह काम करेगा.
Risecreek Processor
बता दें कि मौशिक से पहले देश में Risecreek नाम की चिप बनाई गई थी. इस चिप को अभी तक भारत के स्ट्रेटजिक सेक्टर में इस्तेमाल किया जा रहा है. Risecreek एक इंडस्ट्री स्तर की चिप है. जिसमें 100-350 Mhz की स्पीड है.
Rimo Processor
इसी कड़ी में Rimo नाम की एक और चिप बनाई गई है, 180nm पर आधारित है. इसका डिजाइन और विकास भारत में ही हुआ है.
प्रोफेसर कामोटी कहते है कि अब तीन प्रोसेसर तैयार हो गए हैं और बाकी पर काम चल रहा है. इन चिपों के इस्तेमाल से कंप्यूटिंग स्पीड और बेहतर हो जाएगी. वे कहते हैं कि देश में फिलहाल 180nm तकनीक वाली चिप इस्तेमाल हो रही हैं. शक्ति सीरिज के तहत विकसित हो रहे माइक्रो प्रोसेसर दूसरे देशों में भी इस्तेमाल किए जा सकते हैं. इसका बेहतरीन डिजाइनस, मजबूत हार्डवेयर और अच्छी स्पीड की वजह से इसे ग्लोबल मार्केट में जगह मिल सकती है.
हालांकि वे यह भी यह कहते हैं कि शक्ति सीरीज के माइक्रो प्रोसेसर को असली पहचान तभी मिलेगी, जब डिफेंस, न्यूक्लियर पावर और सरकारी विभाग इसे अपना लेंगे. वे बताते हैं कि भारत सरकार ने देश में तकनीक के विकास को बढ़ावा देने के लिए स्वदेशी माइक्रो प्रोसेसर चैलेंज लॉन्च किया था. चुनौती दी गई थी कि इस माइक्रो प्रोसेसर में इको सिस्टम का ध्यान रखा जाए और अपनी खूबियों की वजह से ये दूसरे देशों का भी ध्यान खींचने में कामयाब रहे.
Acha jamkari diye ho sir
ReplyDeleteDhanaywad!
Aage bhi post krte rahieyga bhaut jankari milta hai naya naya
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